उत्तराखंड पुलिस : कानून केवल जनता के लिए
राज्य की जनता की मित्र उत्तराखंड पुलिस आजकल अपनी मित्रता सिर्फ अपने पुलिस वाले भाइयों के प्रति ही निभा रही है। सड़क सुरक्षा के नाम पर जनता से हेलमेट न पहनने पर 100 – 100 रूपए तो वसूले जा रहें हैं, परन्तु जब कोई पुलिस वाला बिना हेलमेट या पिलियन राइडर बिना हेलमेट के दिखाई देता है तो वो अपनी आँखें मूँद लेती है।
उत्तराखंड पुलिस का यह दोहरा रव्वैया जनता के बीच रोष का कारण भी बनता जा रहा है। सरकार और नेताओ ने भी पुलिस के इस रव्वैये को लेकर मौन साध रखें हैं क्यूंकि वो सरकारी खजाना और वेलफेयर फण्ड जो भर रहें हैं। पुलिस प्रशासन भी इसको लेकर चुप है। सिर्फ राज्य की जनता ही परेशान है।
हम कहीं से भी हेलमेट न पहनने का समर्थन नहीं कर रहे हैं परन्तु अगर क़ानून के लोग ही क़ानून का पालन नहीं करेंगे तो यह ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण होगा। आप की क्या राय है इस बारें में। कमेंट कर के बताएं।
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नोट: उपरोक्त सिफारिशों और सुझाव प्रकृति में सामान्य हैं। आप स्वयं पर प्रयोग करने से पहले एक पंजीकृत अथवा प्रमाणित ट्रेनर या अन्य किसी पेशेवर से परामर्श कर सलाह लीजिये।