व्हाट्सप्प, अमेज़न, गूगल ने मानी आर बी आई की शर्तें, जाने क्या हैं नए नियम
भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून माह में पेमेंट से जुड़ी कंपनियों को उपभोक्ताओं के डाटा से जुड़े कुछ जरूरी दिशा निर्देश जारी किये थे। साथ ही सभी पेमेंट गेटवे से जुड़ी कंपनियों जैसे की व्हाट्सप्प, अमेज़न, गूगल, पेटीएम, फोनपे इत्यादि को छह माह का वक़्त दिया था। इन नियमों के मुताबिक कोई भी कंपनी ई-कॉमर्स ट्रांसक्शन के लिए उपभोक्ताओं का डाटा देश के बाहर ना तो प्रोसेस करवा सकती हैं और ना ही स्टोर कर सकती हैं।
पेटीएम और फ़ोन पे जैसी देसी कंपनियों ने शुरू से ही आर बी आई के इस नियम का समर्थन किया और जरूरी दिशा निर्देशों को पूरा भी कर लिए। इसी क्रम में अमेज़न का भी कहना था कि वो जिस भी देश में कारोबार करती है उसी देश के क़ानून के मुताबिक अपना बिज़नेस सेटअप करती है, इसलिए उसे इन शर्तों को पूरा करने में कोई दिक्कत नहीं है।
हालाँकि गूगल और व्हाट्सप्प जैसी कंपनियों ने आर बी आई की शर्ते मान तो ली हैं परन्तु इन सब कवायद के लिए उसने आर बी आई से दिसंबर तक का वक़्त माँगा है। आर बी आई इन कंपनियों को और वक़्त देगा कि नहीं यह बात अभी साफ़ नहीं हुई है। साथ ही यह भी पता नहीं चला है की शर्ते पूरा ना कर पाने की स्थिति में आर बी आई इन कंपनियों पर क्या कार्यवाही करेगा।
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