महिलाएं टैरो कार्ड पढ़ने (tarot card reading) में एक्सपर्ट क्यों होती हैं

हम लोग अक्सर किसी टीवी चैनल पर महिलाओं को टैरो कार्ड पढ़ते हुए देखते हैं। आखिर ऐसा क्या है जो महिलाएं ही टैरो कार्ड रीडिंग ज्यादा करती हैं। जबकि टैरो कार्ड पढ़ने वाले पुरुषों की संख्या बहुत ही कम है। आज हम आप से इसी के बारे में बात करने और कुछ रोचक जानकारी साझा करने जा रहे हैं। तो आइये शुरू करते हैं।
क्या होते हैं टैरो कार्ड्स ?
टैरो कार्ड्स पर प्रतीकात्मक चिन्ह बने होते हैं। इन चिन्हों की मदद से टैरो कार्ड रीडर आपके जीवन में होने वाले घटनाओं का अनुमान लगा कर वर्णन करता है। किसी भी व्यक्ति के तमाम प्रश्नो का उत्तर इन टैरो कार्ड्स के माध्यम से मिल जाता है।
कब हुई टैरो कार्ड्स की शुरुआत ?
टैरो कार्ड्स की शुरुआत इटली में चौदहवीं शताब्दी में हुई थी। लेकिन इस लोकप्रियता धीरे धीरे यूरोप तक पहुँच गयी। आज ये पूरी दुनिया में प्रचलित है।
क्यों होती हैं महिलाएं टैरो कार्ड्स पढ़ने में एक्सपेर्ट ?
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो महिलाओं को अनुमान लगाने के लिए पुरुषों से ज्यादा उपयुर्क्त समझा जाता है। महिलाएं किसी भी वास्तु या विषय का ज्यादा सटीक अनुमान लगा लेती हैं। टैरो कार्ड रीडिंग (tarot card reading) में सिर्फ उसपर बनी तस्वीर के मुताबिक अनुमान ही लगाने होते हैं। इसमें गणित का बिलकुल भी प्रयोग नहीं होता है। यही कारण है की महिलाएं इस काम को ज्यादा अच्छे से करती है।
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नोट: उपरोक्त दी गईं जानकारियाँ, सिफारिशें और सुझाव प्रकृति में सामान्य हैं। यदि आप स्वयं पर इसका प्रयोग करना चाहते हैं तो पहले एक पंजीकृत या प्रमाणित पेशेवर या ट्रेनर से परामर्श जरूर कर लें। उसके उपरान्त ही इस सलाह पर अमल कीजिये।