मकर संक्रांति हिन्दुओ के बड़े त्योहारों में से एक है। हिन्दू धर्म के अनुसार सूर्य पूरे साल में 12 राशियों में भ्रमण करते है। जब सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होता है तो इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते है। इस दिन व्रत और दान पुण्य का काफी अधिक महत्त्व होता है।

मकर संक्रांति माघ माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस बार ये दिनांक 15 जनवरी 2022 को पड़ रही है। मकर संक्रांति के महत्त्व का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है की महाभारत काल में भीष्म पितामाह ने भी अपनी देह त्यागने के लिए मकर संक्रांति के दिन का ही चयन किया था। भगवान् सूर्य भी मकर संक्रांति के दिन ही अपने पुत्र शनि से मिलने उनके घर गए थे। इसीलिए मकर राशि के स्वामी शनिदेव ही होते हैं।

ऐसी धार्मिक मान्यता है की इस दिन दिया गया दान 100 गुना अधिक फलदायी होता है। इस दिन आप अपनी श्रद्धा और भक्ति के अनुसार दान पुण्य कर सकते है। वैसे ज्यादातर इस दिन लोग खिचड़ी, तिल, गुड़, घी, चावल, वस्त्र इत्यादि का दान करते हैं।

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Makar Sankranti 2022: जाने क्यों मनाया जाता है मकर संक्रांति का महापर्व

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