गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ जाने अनजाने तथ्य

Republic Day 2022: यूँ तो गणतंत्र दिवस (Republic Day) हम लोग हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। पर आज हम आपको इससे जुड़े कुछ जाने अनजाने तथ्यों को बताने जा रहें है। तो आइये जानते है ऐसे ही तथ्यों के बारें में।
आज़ादी से पहले 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज के रूप में सबसे पहले मनाया गया था। इस कारण इस दिन की महत्तता को दर्शाने के लिए संविधान को लागू करने के लिए इसी दिन को चुना गया। संविधान लागू होने से पहले भारत को ब्रिटिश गवर्नमेंट द्वारा बनाया गया गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट 1935 से चलाया जा रहा था। 1950 से 1954 तक कोई गणतंत्र दिवस परेड के लिए कोई भी जगह पहले से सुनियोजित नहीं थी। साल 1955 से गणतंत्र दिवस की परेड के लिए राजपथ को सुरक्षित किया गया।
इस दिन भारत के शौर्य और पराक्रम का प्रदर्शन किया जाता है। साथ ही भारत की सांस्कृतिक विरासत का भी प्रदर्शन भी होता है। भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है जिसमें 448 आर्टिकल्स सम्मिलित है। जो की हांथों से हिंदी और अंग्रेजी में लिखा गया है। इसकी असली प्रति संसद भवन की लाइब्रेरी में आज भी सुरक्षित है।
भारत का संविधान डॉ भीम राव अम्बेडकर की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ ने संविधान का कार्य 2 साल 11 महीने और 18 दिन में पूरा किया। जिसमे दूसरे देशों के संविधानों के महत्वपूर्ण अंश भी लिए गए है। हमारा संविधान दूसरे देशों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है और हमे अपने संविधान पर गर्व है। हम अपने चैनल एकांश (#ekaansh) के माध्यम से आप सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हैं।
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