ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor): भारत ने लिया पहलगाम हमले का बदला, पाक में 9 आतंकी ठिकाने तबाह

नई दिल्ली, 7 मई 2025

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए क्रूर आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारत ने आतंक के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। 6-7 मई की दरमियानी रात भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक कर आतंक के अड्डों को ध्वस्त कर दिया।

भारतीय वायु सेना, थल सेना और नौसेना की संयुक्त कार्रवाई में यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया, जो रात करीब 1:30 बजे शुरू हुआ और लगभग दो घंटे चला। इस ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों और सटीक निगरानी प्रणाली ने सुनिश्चित किया कि निशाना बनाए गए आतंकी ठिकाने पूरी तरह से नष्ट हो जाएं।

पहलगाम हमला और उसकी पृष्ठभूमि

22 अप्रैल को पहलगाम के प्रसिद्ध बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी, जबकि 17 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था और केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाने का संकेत तभी दे दिया था। उसी का परिणाम है ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जो भारत की आतंक के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का प्रमाण है।

ऑपरेशन सिंदूर के प्रमुख बिंदु:

  • ऑपरेशन रात 1:30 बजे शुरू हुआ और सुबह तक चला।

  • पाकिस्तान और PoK में कुल 9 आतंकी ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर ध्वस्त किया गया।

  • यह संयुक्त ऑपरेशन वायु सेना, थल सेना और नौसेना की सहभागिता से हुआ।

  • भारत ने रणनीतिक चुप्पी साधते हुए पाकिस्तान को चौंका दिया।

  • पाकिस्तान ने केवल 6 ठिकानों पर हमले की पुष्टि की है, और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है।

  • भारत ने सभी संभावित जवाबी हमलों के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।

कूटनीतिक संदेश

भारत का यह कदम सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर आतंक के खिलाफ उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। यह संदेश स्पष्ट है कि भारत अब किसी भी प्रकार के आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और उसका माकूल जवाब देने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगा। आतंकवाद को उसके घर में घुसकर जवाब दिया जाएगा।” उन्होंने ऑपरेशन की सफलता पर सेना को बधाई दी।

कई विपक्षी दलों ने भी ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में निर्णायक कदम बताया है।

निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की रणनीतिक और सैन्य क्षमता का प्रत्यक्ष उदाहरण है। यह केवल एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि आतंक के खिलाफ लंबे संघर्ष में एक निर्णायक अध्याय है। आने वाले दिनों में इसके कूटनीतिक और रणनीतिक प्रभाव दूरगामी हो सकते हैं।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *