chhat parv छठ पर्व पर सूर्य को अरक देने का शुभ मुहूर्त

Chhat Puja 2025: छठ पर्व पर सूर्य को अरक देने का शुभ मुहूर्त

chhat parv छठ पर्व पर सूर्य को अरक देने का शुभ मुहूर्त

छठ पर्व हिन्दू धर्म का एक विशेष और पावन पर्व है, जिसे सूर्य देव और छठ मैया (Chhat Puja 2025) को समर्पित किया जाता है। 2025 में छठ पूजा का संध्या अर्घ्य 27 अक्टूबर को शाम 05:40 बजे और उषा अर्घ्य 28 अक्टूबर को सुबह 06:30 बजे है। नीचे दिए लेख में इस पर्व के तिथि, शुभ मुहूर्त और इसका धार्मिक, सांस्कृतिक महत्व बताया गया है।​

छठ पर्व 2025 : तिथि और शुभ मुहूर्त

  • संध्या अर्घ्य: 27 अक्टूबर 2025, शाम 05:40 बजे
  • उषाकालीन अर्घ्य: 28 अक्टूबर 2025, सुबह 06:30 बजे

छठ पर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर को नहाय-खाय से होती है, 26 अक्टूबर को खरना मनाया जाता है, 27 को संध्या अर्घ्य (डूबते सूर्य को अर्घ्य) और 28 को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पर्व का समापन होता है।​

छठ पूजा का धार्मिक महत्व

छठ पर्व सूर्य देवता और छठी मैया की आराधना के लिए मनाया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान, सुख-समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है। व्रती इस पर्व में अत्यंत कठिन 36 घंटे का निर्जल व्रत रखते हैं, और पवित्र नदियों या तालाबों में खड़े होकर अर्घ्य देते हैं।​

अर्घ्य का समय और प्रक्रिया

  • तीसरे दिन व्रती डूबते सूरज को संध्या अर्घ्य देते हैं; यह श्रद्धा और लोक परंपरा का सबसे खास अनुष्ठान है।​
  • चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण करते हैं।​

छठ पर्व के सांस्कृतिक पहलू

  • छठ केवल पूजा-पाठ ही नहीं है, बल्कि यह स्वच्छता, भक्तिभाव, और लोकगीतों के माध्यम से एक सांस्कृतिक उत्सव भी बन गया है।
  • इस पर्व में छठ घाटों की सफाई, प्रसाद (ठेकुआ आदि) बनाने, और परिवार-समाज के एकजुट होने की परंपरा है।​

संक्षेप: 2025 में छठ पूजा 25 से 28 अक्टूबर तक है। संध्या अर्घ्य 27 अक्टूबर को शाम 5:40 और उषा अर्घ्य 28 अक्टूबर को सुबह 6:30 बजे होगा। यह पर्व श्रद्धा, भक्ति, और सूर्य उपासना का अनूठा त्योहार है, जिसकी महिमा लोक संस्कृति में सर्वोपरि है।​

अस्वीकरण: इस लेख में बताई गई बातें/उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। इस लेख में AI टूल्स का प्रयोग किया गया है। ekaanshastro यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/ दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग कर निर्णय लें। ekaanshastro अंधविश्वास के खिलाफ है।

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