गोलू – मोलू के हंसी के फव्वारे (सीरीज़ – 13)

गोलू – मोलू  के हंसी के फव्वारे -53

गोलू: मैंने ज़िन्दगी में जितना भी सफर कियाहै, उससे मुझे एक बातका अनुभव हुआ है?

मोलू: क्या?

गोलू: कि ट्रेन कभी पंचर नहीं होती।

गोलू – मोलू  के हंसी के फव्वारे -54

गोलू: कितना रोया था मैंमहबूबा को मोबाइल गिफ्ट करके

मोलू: क्यों?

गोलू: जब रात 3 बजे तक मैं सुनतारहा.. आप के द्वाराडायल नम्बर दूसरी लाइन पर व्यस्तहै।

गोलू – मोलू  के हंसी के फव्वारे -55

पापा: बेटा, आज तेरी मम्मी इतनी चुप-चुप क्यों बैठी है?

गोलू: मेरी गलती से

पापा:  नालायक, ऐसा क्या किया तूने ?

गोलू: मम्मी ने लिपस्टिक मांगी थीमैंनेगलती सेफेवीकिक दे दी !!!

पापा: जुग-जुग जियो मेरे लाल… भगवान ऐसा बेटा सबको दे।

गोलू – मोलू  के हंसी के फव्वारे -56

एक चोर – चोरी कर के, घर से जा ही रहा था की….. गोलू की आँख खुल गयी…

गोलू: स्कूलबैग भी ले जाकमीनें, वरना शोर मचा दूँगा
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