गुरु पूर्णिमा क्यों मानते हैं जाने इसका महत्त्व
आसाढ़ मास में होने वाली पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन वेद व्यास जी का भी जन्म हुआ था जिन्होंने वेदों की रचना की थी। इसी कारण इस दिन गुरु की वंदना की जाती है और गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।
पौराणिक काल से ही इस दिन व्यक्ति अपने गुरु का सम्मान करते आएं हैं। इस दिन गुरु को गुरु-दक्षिणा भी दी जाती है। भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान भगवान के भी ऊपर रखा जाता है। गुरुओं के लिए कबीर दास जी का एक दोहा भी बहुत ही प्रचलित है।
गुरु गोबिंद दोनों खड़े, का के लागू पाँव,
बलिहारी गुरु आपनो गोबिंद दियो बताये।
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