अमृतसर हादसा: दर्दनाक हादसे से जुड़ी सबसे बड़ी वजह आई सामने
कल रात अमृतसर के जौड़ा फाटक के पास हुआ दर्दनाक रेल हादसे में 61 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। घायलों का इलाज भी चल रहा है। जिनकी संख्या भी 150 से ऊपर है। आपको बता दें की कल जिस समय लोग दशहरे के मौके पर रावण दहन देख रहे थे तभी 100 से अधिक स्पीड से दो ट्रैन विपरीत दिशा में डीएमयू 74943 और हावड़ा एक्सप्रेस एक साथ आ गई। इसकी चपेट में आकर लोगों की परखच्चे उड़ गए।
अब इस हादसे से जुड़ी सबसे बड़ी वजह सामने आ रहीं है। आइये जानते हैं क्या थी वो वजहें जो काल बनकर 61 बेक़सूर लोगों को निगल गई।1. सबसे बड़ी वजह तो आयोजकों द्वारा बिना किसी परमिशन के इतना बड़ा आयोजन कराना। इस समाराहों की मुख्य अतिथि नवजोत सिंह सिद्धू की धर्मपत्नि नवजोत कौर थी। प्रशासन की तरफ से इस आयोजन को लेकर कोई भी अनुमति प्रदान नहीं की गई थी।
2. जिस समय ट्रैन गुजरी उस समय रावण का पुतला जल रहा था जिसकी वजह से वहां पटाखों का बहुत तेज़ शोर था। लोगों को ट्रैन का हॉर्न सुनाई ही नहीं दिया।
3.रौशनी के लिए LED लाइट्स को रेलवे ट्रैक के पास लगा दिया गया था जिसकी वजह से लोग रेलवे का सिग्नल नहीं देख पाए। इसके अलावा रेलवे ट्रैक को खाली रखने के लिए ना तो वहां पुलिस बल था और ना ही आयोजकों की और से इसकी कोई व्यवस्था की गई थी।
4. इस घटना का सबसे बड़ा जिम्मेदार रेलवे भी है। ट्रैन के चालक (लोको पायलट) जो कि अपने आँख कान सब बंद कर के ट्रैन चला रहे थे। एक प्रतयक्षदर्शी ने बताया की यहाँ पर पिछले 40 सालों से दशहरा मनाया जाता है। इसकी वजह से ट्रैन जब भी निकलती है तो बहुत कम स्पीड में और हॉर्न देती हुई निकलती हैं। परन्तु इस बार ट्रैन के चालक ने ऐसा नहीं किया और इतनी बड़ा हादसा हो गया।
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